हम सभी दिवाली का इंतजार करते हैं। हर साल कार्तिक मास की अमावस्या को दिवाली मनाई जाती है। इस साल दिवाली 24 अक्टूबर सोमवार को मनाई जाएगी। इस दिन धन की कमी को पूरा करने के लिए माता लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा की जाती है।
कौन हैं मां लक्ष्मी के भाई? और उसके बिना मंदिर में पूजा क्यों नहीं होती है
दिवाली पूजा पर माता लक्ष्मी और भगवान गणेश हमारे घर आते हैं। माता लक्ष्मी की पूजा करने से हमारे अन्न और धन की कमी पूरी होती है। माता लक्ष्मी की पूजा तो हम सभी करते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कौन हैं मां लक्ष्मी के भाई? और उसके बिना मंदिर में पूजा क्यों नहीं होती है।
सनातन धर्म के अनुसार माता लक्ष्मी के भाई शंख हैं। हम सभी देवी लक्ष्मी के हाथ में एक शंख देखते हैं, शंख शांति, सुख, विजय और समृद्धि का प्रतीक है। शंख से हमें सकारात्मक ऊर्जा प्राप्त होती है।
हिंदू पौराणिक कथाओं से हम जानते हैं की समुद्र मंथन के दौरान समुद्र से निकले 14 रत्नों में से एक शंख है। हिंदू शास्त्रों में माता लक्ष्मी और शंख को भाई-बहन माना गया है। ऐसा माना जाता है कि शंख में देवी-देवता निवास करते हैं।
दिवाली के दिन क्या करने से घर में सुख समृद्धि का विकास होगा
दिवाली की पूर्व संध्या पर देवी लक्ष्मी और भगवान गणेश की मूर्तियों को घर लाना शुभ होता है। इन दिनों हर कोई घर को दीयों, मोमबत्तियों, लाइटों से खूबसूरती से सजाता है। छोटे बच्चों सब मिलकर एक साथ पटाखे फटाता है।
इस दिन बहुत से लोग तरह-तरह की चीजें खरीदते हैं ताकि साल भर हमारे घर में देवी लक्ष्मी मौजूद रहे और हमारे परिवार की सुख-समृद्धि में वृद्धि हो। कुल मिलाकर इस दिन का महत्व हमारे लिए बहुत बड़ा है। पूजा के सामान खरीदने के लिए बाजारों में बहुत भीड़ होता है। जानिए इस दिन क्या करना चाहिए, घर में सुख समृद्धि के विकास के लिए।
दिवाली की पहले दिन, देवी लक्ष्मी और भगवान गणेश की मूर्तियों को घर लाएं, मूर्तियों को पूजा के लिए एक साफ जगह पर रखें। धनतेरस के दिन घर में सोना-चांदी के आभूषण खरीदना शुभ माना जाता है। इसलिए आज आप सोना-चांदी की चीजें खरीद सकते हैं।
साथ ही आज घर में झाड़ू खरीदना शुभ माना जाता है। इसलिए इन दिनों बाजार में बहुत ज्यादा मात्रा में झाड़ू बेचा जाता है। दिवाली के दिन आपको जल्दी उठना चाहिए और देवता से प्रार्थना करनी चाहिए। दिवाली के दिन घर को दीयों, मोमबत्तियों से खूबसूरती से सजाएं।
इस दिन घर में देवी लक्ष्मी का आगमन होता है इसलिए घर को जितना हो सके सुंदर से सजाएं, साफ-सुथरा रखें। दीये और मोमबत्तियां जलाकर घर को रोशन करें। दिवाली की शाम को घर में माता लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा की जाती है।
प्रसाद में स्वादिष्ट भोजन और मीठा भोजन होता है। प्रसाद में चढ़ाने के लिए घर पर लड्डू बनाए जाते हैं। दिवाली से एक हफ्ते पहले कई लोग अपने घर के पिछवाड़े में घरकुंडा बनाते हैं।
यह घर मिट्टी, ईंट, खपरैल, लकड़ी से बनाया जाता है। कुछ दिनों के बाद जब मिट्टी सूख जाती है, तो उसे खूबसूरती से रंगा जाता है। इस घर के अंदर देवी लक्ष्मी के लिए एक कटोरी में प्रसाद रखा जाता है। प्रसाद में चावल, नाडु और मीठा जातीय भोजन होता है।
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